आपके गुलाबी लवों में बड़ा दम है
हंसती कलियाँ भी,इनके आगे कम हैं //
आपकी सुरीली अंखियों की क्या बात है
इनके आगे ,मयखाने की क्या औकात है //
आपकी मुस्कुराहटों पर लिख रहा हूँ किताब
परेशान हूँ मैं , पन्ने लग रहे हैं बे-हिसाब //
आपके उर के फ़राख की चर्चा है महफिल में
थक जाते है मांगते-मांगते नाशाद दिल वाले //
(उर के फ़राख = हृदय की विशालता
नाशाद = बदनसीब )
हंसती कलियाँ भी,इनके आगे कम हैं //
आपकी सुरीली अंखियों की क्या बात है
इनके आगे ,मयखाने की क्या औकात है //
आपकी मुस्कुराहटों पर लिख रहा हूँ किताब
परेशान हूँ मैं , पन्ने लग रहे हैं बे-हिसाब //
आपके उर के फ़राख की चर्चा है महफिल में
थक जाते है मांगते-मांगते नाशाद दिल वाले //
(उर के फ़राख = हृदय की विशालता
नाशाद = बदनसीब )
आपके उर के फराख की चर्चा है मयखाने में '
जवाब देंहटाएंबहुत खूब |
आशा
शुक्रिया आशा सक्सेना जी
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना. वर्षा के मौसम मे
जवाब देंहटाएंआपके उर के फ़राख की चर्चा है महफिल में
जवाब देंहटाएंथक जाते है मांगते-मांगते नाशाद दिल वाले //
क्या बात है .. उम्दा सर जी
आपके उर के फ़राख की चर्चा है महफिल में
जवाब देंहटाएंथक जाते है मांगते-मांगते नाशाद दिल वाले //
वाह ,,, बहुत सुंदर प्रस्तुति,,,,
RECENT POST...: राजनीति,तेरे रूप अनेक,...
बहुत ही खूबसूरत रचना आभार
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर रचना....
जवाब देंहटाएंसादर
अनु
आपके गुलाबी लवों में बड़ा दम है
जवाब देंहटाएंहंसती कलियाँ भी,इनके आगे कम हैं //
बहुत सुन्दर
एक दीवार पे चाँद टंका था ,
जवाब देंहटाएंमैं ये समझा तुम बैठे हो !
उजले उजले फूल खिले थे ,
जैसे तुम बातें करती हो ...बढ़िया रचना लाते हो ...बब्बन भाई ,रोज़ आया करो .
कृपया यहाँ भी पधारें -
"आतंकवादी धर्मनिरपेक्षता "-डॉ .वागीश मेहता ,डी .लिट .,/ http://kabirakhadabazarmein.blogspot.in/
ram ram bhai/
बृहस्पतिवार, 23 अगस्त 2012
Neck Pain And The Chiropractic Lifestyle
Neck Pain And The Chiropractic Lifestyle
शुक्रिया संजय भाई
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