एक युवा /दुसरे को
"फ़ास्ट लाइफ़ " के तरीके बता रहा था
धक्का दो ...
सारी कह आगे बढ़ जाओ
अतिथियों का स्वागत
मुस्कुरा कर करोगे ना
तो तेरे घर में ....
लम्बी लाइन लग जायेगी यार!
मुस्कुराओ तब...
जब सामने वाले से बात चले
कुछ बिजनेस की
और सुनो !
कानून से मत डरो
उसमे बहुत छेद है ...
सुनते ही मैंने कहा
आपकी बातें
इंसान को हैवान बनाने वाली है
मेरी गाल पर एक थप्पड़ मारा उसने
कहा !
चुप शाले ! तू सठिया गया है .
आज का सत्य यही है जिसे सीधी और सरल भाषा में " आधुनिक सभ्यता" कहते हैं I जो इसे नहीं समझता उसे पिछड़ा हुआ या गवांर समझा जाता है I वाह री सभ्यता ....
जवाब देंहटाएंआज की आधुनिक सभ्यता इसी को कहते हैं ,,,,
जवाब देंहटाएंrecent post: कैसा,यह गणतंत्र हमारा,
सुनते ही मैंने कहा
जवाब देंहटाएंआपकी बातें
इंसान को हैवान बनाने वाली है
मेरी गाल पर एक थप्पड़ मारा उसने
कहा !
चुप शाले ! तू सठिया गया है .
एक सत्य एक यथार्थ जिसे नकारा नहीं जा सकता ....
बहुत बढ़िया भैया ......
जवाब देंहटाएंबहुत ही ज़बर्जस्त बड़े भाई ......... सादर !!
जवाब देंहटाएंवर्तमान समाज की दशा का सटीक अंकमॉन
जवाब देंहटाएंशानदार कबिता
सुनते ही मैंने कहा
जवाब देंहटाएंआपकी बातें
इंसान को हैवान बनाने वाली है
मेरी गाल पर एक थप्पड़ मारा उसने
कहा !
चुप शाले ! तू सठिया गया है .
एक युवा /दुसरे को
"फ़ास्ट लाइफ़ " के तरीके बता रहा था
धक्का दो ...
सारी कह आगे बढ़ जाओ
अतिथियों का स्वागत
मुस्कुरा कर करोगे ना
तो तेरे घर में ....
लम्बी लाइन लग जायेगी यार!
मुस्कुराओ तब...
जब सामने वाले से बात चले
कुछ बिजनेस की
और सुनो !
कानून से मत डरो
उसमे बहुत छेद है ...
सुनते ही मैंने कहा
आपकी बातें
इंसान को हैवान बनाने वाली है
मेरी गाल पर एक थप्पड़ मारा उसने
कहा !
चुप शाले ! तू सठिया गया है .
प्रस्तुतकर्ता babanpandey पर 4:45 pm
aaj ka samay....sahi samjhe.
जवाब देंहटाएंaabhar @ mridula pradhan jee
जवाब देंहटाएं