रोज टूट रहे है रफ़्तार के रिकॉर्ड
रोज बन रहे है रफ़्तार के रिकॉर्ड
कोयला से बुलेट ट्रैन बन गया ..
पोस्ट कार्ड से एस एम् एस
नच बलिये ने मात दी
कत्थक /मोहिनी आटम/ कुचिपुड़ी को
शास्त्रीय संगीत मात खा गया
तमंचे में डिस्को से ...
रफ़्तार घटी तो सिर्फ...
प्यार /रिश्ते और विश्वास के पेड़ की //
रोज बन रहे है रफ़्तार के रिकॉर्ड
कोयला से बुलेट ट्रैन बन गया ..
पोस्ट कार्ड से एस एम् एस
नच बलिये ने मात दी
कत्थक /मोहिनी आटम/ कुचिपुड़ी को
शास्त्रीय संगीत मात खा गया
तमंचे में डिस्को से ...
रफ़्तार घटी तो सिर्फ...
प्यार /रिश्ते और विश्वास के पेड़ की //
क्या बात वाह!
जवाब देंहटाएंअरे! मैं कैसे नहीं हूँ ख़ास?
अब तो तुझे आवाज़ लगाते भी जी डरे
सब कुछ दौड़ाने के चक्कर में हो बब्बन जी :)
जवाब देंहटाएंआज की पीढ़ी रफ़्तार पसंद है...हम को भी भागना पड़ेगा अगर साथ चलना है...
जवाब देंहटाएंआपकी इस प्रस्तुति का लिंक 26-12-2013 को चर्चा मंच की चर्चा - 1473 ( वाह रे हिन्दुस्तानियों ) पर दिया गया है
जवाब देंहटाएंकृपया पधारें
आभार
वाह ! बहुत सुंदर...! समय बड़ी तेजी से बदल रहा है,,,
जवाब देंहटाएंRecent post -: सूनापन कितना खलता है.
सच कहा आपने घट गया तो बस विश्वास और प्रेम
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