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मंगलवार, 7 फ़रवरी 2012
आओ कचड़े को हटायें
हम जैसे-जैसे विकसित हो रहे है प्रति व्यक्ति कचड़े की मात्र बढती जा रही है । एक अनुमान के मुताबिक़ अगर प्रति व्यक्ति एक दिन ५०० ग्राम कचड़ा पैदा करता है ... तो भारत में प्रति दिन लगभग 600,000 टन कचड़ा पैदा पैदा हो रहा है । जहाँ तक कचड़ा प्रबंधन की बात है , हम उसमें सफल नहीं हो पा रहे हैं । biodegradableकचड़े से बायो गैस बनाने की योजना टायं -टायं फिस्स हो रही है । फलतः शहरों में कचडों का पहाड़ बनता जा रहा है ।
अब शहरों में ही नहीं , गाँव में भी कचड़े का जमाव कोई नहीं बात नहीं .प्लास्टिक के थैले ने तो नाक में दम कर रखा है । और प्लास्टिक के थैले में सब्जी के छिलके को बाँध कर हम नाले में फेक दे रहे है । नाले तुरंत ही भर जा रहे है और नाले का पानी सड़क पर बसने लगता है । पर्यावरण जनित कचड़े से जहाँ एक हवा प्रदूषित हो रही है , वही दूसरी ओर भूमि की उर्वरा शती में हर्र्ष भी हो रहा है और हम अपने भोजन के साथ जहरीले रसायनों को निगल रहे है ।
नदियों को गन्दा करने का मतलब है ... पुरे कृषि को प्रदूषित करना क्योकि अगर हम नदियों में कचड़ा डालते है ... तो न केवल मछलियाँ ही प्रभावित नहीं होती , बल्कि सिंचाई के माध्यम में हामारी फसलों में जहरीले
रसायन प्रवेश कर जाते हैं ।
अब सवाल है हम क्या करे...
एक आम आदमी कचड़े को कम करने में मद्दद कर सकता है ...
१ सब्जियों के छिलके को प्लास्टिक के थैले में बाँध कर नाले में न डालें
२ बिस्कुट या अन्य खाद्य सामग्रियों के प्लास्टिक कवर को साप्ताहिक रूप से जमा से जला डाले
३ जहाँ छोटे फैक्ट्री है , वे कंक्रीट का एक चैंबर बना ले और कचड़ा उसी में डाले साथ ही इसvermi कम्पोस्ट में बदल डालें
४ vermi कम्पोस्ट बनाने के लिए आजकल स्प्रे बैक्टीरिया मिलता है /
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बहुत अच्छा लिखा आपने,बढ़िया प्रस्तुति
जवाब देंहटाएंसार्थक लेख..
जवाब देंहटाएंएक मदद जो स्त्रियाँ कर सकती हैं..
पोलीथीन बैग के लिए अपनी लालसा पर लगाम दें...(भैया एक पन्नी और दे दो..घर में गद्दे के नीचे जमा करनी हैं..)
सादर.
बहुत हि सामायिक आलेख...अभी तो पोलिथिन को कम करने के कुछ उपाय सरकार द्वारा भी लगाए गए हैं पर...पूर्ण नियंत्रण जनता के जागरूक होने से हि होगा..|
जवाब देंहटाएंहम सब को चाहिए कि पालीथीन का इस्तेमाल ना हि करें तो अच्छा रहेगा|
common man should play a vital role ... in controlling the garbage by proper .. awareness. they should be taught ... how to control... this.. your essay is an attempt... in this regard./
जवाब देंहटाएंपर्यावरण को प्रदुषण से बचाना हम सब का कर्त्तव्य है... सामायिक लेख के लिए आपका आभार
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर और उपयोगी लेख....
जवाब देंहटाएंबस इस पर अमल कितने लोग करते हैं...
यही नहीं पता..!