वे गुजर रहे होते हैं
तो देखकर भी
मन नहीं करता उन्हें टोकने का /बोलने का
मिलते ही शुरू हो जाते है
मानों दुनिया के सारे दुःख
डाल दी गई हों उनकी झोली में //
उन्हें
बार-बार दिखते है वैसे चेहरे
जो घूम रहे होते है
वातानुकूलित मंहगी गाड़ियों में/ हवाई जहाजों में
और
काटते रहते हैं फीते
सम्मेलनों और आयोजनों के //
मैं उन्हें /अपने साथ
घुमाना जाता हूँ गाँव
ताकि उन्हें हमेशा याद रहे
पुआल पर बेखवर सोये लोगों के चेहरे
किसी भी चीज को खाकर पेट भर लेने की आदत //
शायद!
ऐसा होने से
वे रोना बंद कर देंगे //
शायद!
जवाब देंहटाएंऐसा होने से
वे रोना बंद कर देंगे //..आपका सोचना बिलकुल सही है
आभार आशुतोष मिश्र जी
जवाब देंहटाएंजिनकी आदत है रोने की ,आप कुछ भी कर लें वो रोते ही रहेंगे .....
जवाब देंहटाएंबहुत ख़ूब!
जवाब देंहटाएंनिवेदिता जी... प्रयास तो करना ही होगा ...
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