(१)
मैं तुम्हें पसंद
तुम मुझे
खयालात दोनों के
अब मिलने लगे गले
अरे ! हटो ..
मुझे तो इश्क होने लगा
(२)
लव की पोटली से
एक गोली खाकर
वह लगा डकरने
आओ ! सनम
नहीं तो , मैं चला मरने ...
मैं तुम्हें पसंद
तुम मुझे
खयालात दोनों के
अब मिलने लगे गले
अरे ! हटो ..
मुझे तो इश्क होने लगा
(२)
लव की पोटली से
एक गोली खाकर
वह लगा डकरने
आओ ! सनम
नहीं तो , मैं चला मरने ...
बढिया, बहुत सुंदर
जवाब देंहटाएंमेरी कोशिश होती है कि टीवी की दुनिया की असल तस्वीर आपके सामने रहे। मेरे ब्लाग TV स्टेशन पर जरूर पढिए।
MEDIA : अब तो हद हो गई !
http://tvstationlive.blogspot.in/2013/07/media.html#comment-form
वाह !!! क्या बात है,बहुत उम्दा,
जवाब देंहटाएंRECENT POST : अभी भी आशा है,
बहुत सुंदर अनुभूति
जवाब देंहटाएंउत्कृष्ट प्रस्तुति
बधाई
आग्रह है मेरे ब्लॉग में भी सम्मलित हों
केक्ट्स में तभी तो खिलेंगे--------
अरे ! हटो ..
जवाब देंहटाएंमुझे तो इश्क होने लगा
उम्दा प्रस्तुतिकरण....!!
बहुत ही बढ़िया
जवाब देंहटाएंसादर
bahut khoob
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