(बिना अनुमति के रचना न लें ) विविध रंग की कविताएं
आदरणीय , बड़े भाई ... बहुत ही शानदार .. प्रस्तुति !!
वाह !!! बबन जी बहुत बढ़िया,,,RECENT POST: पिता.
वाह! सच में होली आ गयी...बहुत सुन्दर
वाह!आपकी यह प्रविष्टि कल दिनांक 04-03-2013 को सोमवारीय चर्चा : चर्चामंच-1173 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
होली का रंगीन भूत सर आँखों चढ़ बोल रहा है
बहुत खूब सुन्दर लाजबाब अभिव्यक्ति।।।।।।मेरी नई रचना आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में पृथिवी (कौन सुनेगा मेरा दर्द ) ?ये कैसी मोहब्बत है
वाह.....सच ही होली पास आ गई लगती है
भाई साहब आपको फागुन का रंग अभी से चढ़ गया
आदरणीय , बड़े भाई ... बहुत ही शानदार .. प्रस्तुति !!
जवाब देंहटाएंवाह !!! बबन जी बहुत बढ़िया,,,
जवाब देंहटाएंRECENT POST: पिता.
वाह! सच में होली आ गयी...बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंवाह!
जवाब देंहटाएंआपकी यह प्रविष्टि कल दिनांक 04-03-2013 को सोमवारीय चर्चा : चर्चामंच-1173 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
होली का रंगीन भूत सर आँखों चढ़ बोल रहा है
जवाब देंहटाएंबहुत खूब सुन्दर लाजबाब अभिव्यक्ति।।।।।।
जवाब देंहटाएंमेरी नई रचना
आज की मेरी नई रचना आपके विचारो के इंतजार में
पृथिवी (कौन सुनेगा मेरा दर्द ) ?
ये कैसी मोहब्बत है
वाह.....सच ही होली पास
जवाब देंहटाएंआ गई लगती है
भाई साहब आपको फागुन का रंग अभी से चढ़ गया
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