पानी पियो खूब,... मगर नल को खुला छोड़ दो
दोस्ती निभाने का वक़्त आए , तो मुह मोड़ दो .
सर्ब शिछा अभियान की बिक रही
पुस्तके कबाड़ में।
सरकारी शिछा भांड में ॥
खाना पकाओ कुकर प्रेशर में ...
नहीं तो रस निकल जायेगा माड़ में ।
खेलो - कूदो खूब , आज है सन्डे ॥
रोज खाओ दो अंडे ॥
बिजली की मत पूछो, घर -घर की यह रानी
आना -जाना ही है इसकी कहानी ॥
प्यार दो , प्यार लो , जब तक ये जग है
मांग लो सब कुछ , जब तक ये रुब है ॥
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