बिहार की सैर पर आइये ...
राजनीती की उर्बर भूमि ....
प्रथम राष्ट्रपति की जन्म - भूमि
बापू की कर्मभूमि ....
कविताओ से आग उगलने वाले
जन वादी कवि बाबा नागार्जुन और
राष्ट्र कवि "रामधारी सिंह दिनकर " की
भूमि का नमन कीजिये ॥
डरिये मत ....
आपके कपड़े गंदे नहीं होगे ...
श्वास की बीमारी भी नहीं होगी ...
कही भी चिमनियो से काला धूआ ...
निकलता ही नहीं ॥
शत-प्रतिशत सुध्ध वायु ...
फेफड़ो तक जाने दीजिये ॥
इस कारण भी मत डरिये कि...
मैं आपसे ....
लिट्टी - चोखा/दही -चुडा या फिर सत्तू ..
खाने की जिद करुगा ॥
मगर लौटते समय ...
दरभंगा का मखाना
और मुज्ज़फरपुर का लीची लेने से इंकार नहीं करेगें ॥
आकर देखिये .....
क्यों भेजे गए ....
यहा के मजदूर
मारीशस/फिजी /और सूरीनाम
कैसे कहर ढाती है ॥
नेपाल के नदियों से
आने वाली अथाह जल -राशि
और देखिये ...
कोसी छेत्र के लोगो की बाढ़ से
जूझने की कला ....
और उनकी जिजीविषा ॥
क्या कहा आपने ?
इन चीजो में आपकी कोई दिलचस्पी नहीं ...
तो सीखिए प्रजातंत्र चलाना ...
लालटेन से कैसे किया जाता है ...
१५ सालो तक शासन ॥
कैसे ढोया जाता है .....
स्कूटर पर भैस
कैसे पिया जाता है अलकतरा
कैसे बेचीं जाती है
एक्सपयारेड दवाये ॥
आइये .....
बिहार पर शोध कीजिये ॥
bahoot hi acha aur sahi baar aapane kivita ke roop kei prastutki hai sir..
जवाब देंहटाएंregards
mindblowing ....
जवाब देंहटाएंis pardesh ke sath ajadi ke bad se hai na insafi hoti aai hai....per iske peche vhan ke ledar hi jemmedar hai ji !!!!!!!!!!!or koi nahi ---Nirmal pnaeri
जवाब देंहटाएंजी बिहार में सबका बहार है गरीबों और गरीबी को छोड़कर. मेरे शहर सासाराम के शेरसाह को भूल गए आप! आज भी उनका मकबरा गवाह है, जी टी रोड गवाह है , हुमायु की हार गवाह है.
जवाब देंहटाएंबिहार की सैर vakai me bahut interesting aur challenging banadia hain
जवाब देंहटाएंशानदार,
जवाब देंहटाएंमजा आ गया,
बेहतरीन रचना.
बधाई स्वीकारें
Ati sunder baban ji.......jarur shamil honge hm aapki iss sair me.....
जवाब देंहटाएंIt's a very good presentation with meaningful thoughts. If I am not mistaken. Bihar Tourism manned by the Tourism Department of State Govt. of Bihar by having its tourist centers at many places is always in readiness to welcome all those who visit Bihar- a place of Lord Buddha where he was enlightened at Bodhgaya ,Lord Mahavir Trithankar was born, the first Parliament ever held for the firs time in the world that was at Vaishali, hot springs of Rajgir, ruind of Ancient University of the world situated at Nalanda , the famous Vishnu Pad temple in Gaya where dead ancestors get their salvation, ruined of Patliputra, the birth place of the Tenth Guru of Sikhism at Harmandir Saheb located in Patna City ,Shershah Suri tomb at Sasaram and many other sites of tourist interest. It’s good if tourist in large number drawn from far & wide visit Bihar and see many things of their interest from tourism point of view and exchange their views with the people of Bihar having a rich culture.
जवाब देंहटाएंबहुत ही गर्व होता आपकी ये कविता पढ़कर कि हम भी उसी पथ प्रदर्शक भुमि से है जिसको बडे बडे महापरूषों ने अपना कर्म क्षेत्र बनाया ! परन्तु दु;खी होता हुँ कि कैसे कुछ चन्द लोगों ने "लालटेन की रोशनी मे स्कूटर पे लादकर भैंस बेची " और उस पावन धरती /भुमि को शर्मसार कर दिया !
जवाब देंहटाएंBabanji, samajh nahin aata khud ko Bihar se attached batlane mein garv mahsoos karoon ya sharm. yeh baat sahi hai ki apne thode se laalach ki wajah se hum apna naam mitti mein milane se bhi nahin chookte.likjhte rahiye.........shayad kisi din aankhon ke aage se andhera hat jaaye.
जवाब देंहटाएंजी शोध और प्रगति दोनों अवश्यक है.... और उम्मीद है की ये तब ही पूरा होगा जब हम बिहार आयेंगे........तो आइये कदम बदाये फिर सफलता तो मिलेगा ही..................
जवाब देंहटाएंइतने महान विद्वानों की कर्म भूमि बिहार रहा है वो आज भी कर्म भूमि है Iबस कर्म, कर्म का मर्म में अलग अलग की गहराई है आज I शोध एवं प्रगति के प्रकार एवं नित नये नये जन्म लेने वाली अचम्भों की प्रदर्शनियां की समीक्छा और सैर का आनंद भी I श्री बब्बन जी आपने इतनी पावन उद्देश्य पर आमंत्रित करके हमें भी गौरवान्तिक कर दिया I आपका धन्यवाद I
जवाब देंहटाएंआपकी यह रचना आपकी संवेदनशीलता एवं अपनी जन्मभूमि के प्रति लगाव का अनूठा उदहारण है. बिहार की पुण्य भूमि सदैव पूज्यनीय रही है और रहेगी. कुछ स्वार्थी राजनेताओं एवं अपराधियों के कारण बिहार की वर्तमान दशा हुई है जो निश्चित रूप से निकट भविष्य में बदलेगी और बिहार पुनः अपने पुराने गौरव को हासिल करेगा, ऐसा विश्वास है. सुन्दर एवं प्रभावशाली रचना के लिए आपकी लेखनी को प्रणाम.
जवाब देंहटाएंWow !! Babban ji kya bat hai ,Ati sundar hai app ki kabita .Meri khayal se Bihar ke bareme app ne kafi Research ki hai .Bahut kub .Fir milenge
जवाब देंहटाएं********** Siddharth **********
Babbanji I was in Ranchi for some time when it was a part of Bihar,I liked that place a lot your writeup has refreshed many old memories,as far as litti nd chokha are concerned I relish them .....
जवाब देंहटाएंशानदार.... बिहार भूमि को नमन....
जवाब देंहटाएंभारत भूमि को नमन.
bahut sundar ...aapne to pure bihar ki sair hi kara diye ...itani khubiyon ke sath Wah !!
जवाब देंहटाएंभावोत्तेजक:) वैसे पड़ोस में भी साइकल पर भैंस ढोने पर शोध चल रहा है!
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