(बिना अनुमति के रचना न लें ) विविध रंग की कविताएं
विडम्बना और दर्द को बड़ी सटीक अभिव्यक्ति मिली है!आभार!
बबन जी......आज की सच्चाई पर एक अच्छा कटाक्ष है ......जिसमे आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं हैं........
बबन जी अब ये आम बात हो गईनेता का आगमन हो या हडताल नेताओ की जान मंहगी और जनता की जान तो सस्ती हो गई
बहुत खूब, अच्छी कविता है.
bahut sahi farmaya.....
बबन जी, कोई नयी बात नहीं है ..................आजकल आम आदमी को इसी तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है .............समाधान तो इसका कोई है नहीं. किसी दिन "उनके" किसी अपने को ऐसी परिस्थिति से जूझना पड़े तो शायद कोई हल निकल आये.
@Vijaylakshi ji! samadhan hai, Rajniti ko ghate ka sauda bana dena. fir mantri ji tamjham wale nahi hoNge.
Bahoot hi sundar aur sahi rachna. Baban bhaiya abhaar!!!
yatharth :)
विडम्बना और दर्द को बड़ी सटीक अभिव्यक्ति मिली है!
जवाब देंहटाएंआभार!
बबन जी......आज की सच्चाई पर एक अच्छा कटाक्ष है ......जिसमे आम आदमी की जान की कोई कीमत नहीं हैं........
जवाब देंहटाएंबबन जी अब ये आम बात हो गई
जवाब देंहटाएंनेता का आगमन हो या हडताल
नेताओ की जान मंहगी और
जनता की जान तो सस्ती हो गई
बहुत खूब, अच्छी कविता है.
जवाब देंहटाएंbahut sahi farmaya.....
जवाब देंहटाएंबबन जी, कोई नयी बात नहीं है ..................आजकल आम आदमी को इसी तरह की मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है .............समाधान तो इसका कोई है नहीं. किसी दिन "उनके" किसी अपने को ऐसी परिस्थिति से जूझना पड़े तो शायद कोई हल निकल आये.
जवाब देंहटाएं@Vijaylakshi ji! samadhan hai, Rajniti ko ghate ka sauda bana dena. fir mantri ji tamjham wale nahi hoNge.
जवाब देंहटाएंBahoot hi sundar aur sahi rachna. Baban bhaiya abhaar!!!
जवाब देंहटाएंyatharth :)
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