विदाई का समय था
माँ की आंखों में आंसू थे
मगर ससुराल जाने से पहले
बेटी को बताना था एक राज ॥
माँ ने बेटी को बताया
पति को वश में रखना
सास है ...
कोई देवी नहीं है कि
उसकी हर नाज़ -नखरे उठाओ ॥
मगर बाद में
जब घर में बहू आई
तो वह वह भूल चुकी थी
बहू की माँ ने भी
उसे वही सिखाया होगा
जो मैंने अपनी बेटी को सिखाया था ॥
sundar bichar ..!!
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