" 21वीं सदी का इंद्रधनुष "
(बिना अनुमति के रचना न लें ) विविध रंग की कविताएं
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रविवार, 11 जुलाई 2010
आपकी हँसी
ये हंसी है या है चुभन
ये सागर है या है गगन
आप चले या ना चले
मैं तो चलता हु ...
अपनी धुन में मगन .....
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