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बुधवार, 7 जुलाई 2010

ईट -भट्टे के मजदूर

वे इटे थापते है
बाल-बच्चो सहित
वर्षा ने कहर बरपाया
पानी ...
सर्वत्र पानी
वे वेरोजगार है आज से ॥

इधर सरकार की बेरोजगारी
दूर करने की योजना
मनरेगा भी बंद हो गयी
२८ जून के बाद
हर साल की तरह ॥

मगर उनके बच्चो का
सुनहला दिन लौट आया है
केकड़ा पकड़ना
और ....दिन भर
खेतों में /तालाबों में
मछली मारना ॥

शाम को
माँ को मछली देना
और रात के खाने में
मछली -चावल का इंतज़ार॥


उन बच्चों को नहीं पता
उसकी माँ
चावल कहां से लाएगी ॥

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