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सोमवार, 19 जुलाई 2010

दिल तो आज पागल है

आंखों में काजल है
आज दिल घायल है
कशीदा न पढो मेरे हुजुर
दिल तो आज पागल है॥

हाथो में दस्ताने है
मेरे ढेरों दीवाने है
पैरों में पायल है
दिल तो आज पागल है ॥

लेने दो अंगडाई
बजा ही लो शहनाई
हुस्न आगोश में आने को व्याकुल है
दिल तो आज पागल है







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