इसकी जानकारी अखबार से हुई
या फिर, कम्पूटर में सुंदर फूलों को देखकर
मैं ठीक से कह नहीं सकता //
वैसे बगीचे में
फुल तो महकें होंगे
आम्र-मंजरियाँ महकी होंगी
मगर, गटर के गंदे पानी के गंध से
हुई जंग में हार गई होगी.//
कोयल कूकी होगी
मगर उसकी कूक दब गई होगी
मोबाइल के रिंग टोन में //
श्री मति जी वासंती साड़ी पहनी ज़रूर है
मगर, उनकी मुस्कुराहटों में बसंत नहीं दिखता