उजले बादलों की तरह उड़ती हो !
जब शांत होती हो ..
थोड़ा सा गुस्सा ...
फिर लाल बादलों की तरह दिखती हो
और जब प्यार करती हो
काले बादलों की तरह लगती हो
खूब प्यार बरसाने वाली ...
मेरे प्रिय ! मुझे गर्व है तुम पर
तुम बादलों की तरह रंग बदलती हो
गिरगिट की तरह नहीं
बहुत ही अच्छा लिखा है
जवाब देंहटाएंगिरगिट कहाँ छुपा है ?
Such beautiful lines..enjoyed a lot..
जवाब देंहटाएंआसमान और गिरगिट के अंतर को बखूबी बयान कर दिया...सुन्दर रचना...
जवाब देंहटाएंशुभ संध्या मित्रों पढते रहिए
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