वे ..
अपने गाँव के बारे लिखते थे
पड़ोस के बारे में लिखते थे
एक पार्टी के बारे लिखते थे
क्या खूब लिखते थे
जम कर लिखते थे
जो लिखते थे
गहराई में जाकर लिखते थे//
फिर .. सब राज्य के बारे में लिखने लगे
पुरे देश के बारे में लिखने लगे
इतिहास/ भूगोल / समाजशास्त्र
कला/खेल/साहित्य पर
कृषि /वित्त /बेरोजगारी पर लिखने लगे
खूब लिखने लगे
अब उनको पढना
समुद्र के नीचे , मोतियों खोजने जैसा नहीं
बल्कि
पानी के सतह पर चलने जैसा है