रिश्वत का बोलबाला है..
कोई काम हो तो कैसे
रिश्वत दी मैने उन्हें
मीठी बोली की //
प्यार पाने को लोग
रिश्वत देते है फूलों की
जानते हैं !
आज सूरज क्यों है चमकीला और गर्म
जी हाँ !
चाँद ने रिश्वत दी है सूरज को
वह जितना गर्म होगा
चांदनी राज करेगी
सबके दिलों पर
आपकी इस प्रविष्टी की चर्चा शनिवार(18-5-2013) के चर्चा मंच पर भी है ।
जवाब देंहटाएंसूचनार्थ!
WOW aaapane to KAYANAT ko bhi baandh diya aur lapet liya rishwat men...
जवाब देंहटाएंविषय काल के अनुकूल और सुधारात्मक है !
जवाब देंहटाएंआभार वंदना जी , रमाकांत जी ,देवदत्त प्रसून जी
जवाब देंहटाएंसुन्दर रचना बब्बन जी
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर प्रस्तुति!
जवाब देंहटाएंसाझा करने के लिए आभार!