दोस्तों .......
आज सुबह मैंने
यादो का चश्मा पहना
सब कुछ साफ़ -साफ़ दिखता है
मेरा यू ही बैठ कर
दिन भर ताश खेलना
मेरे अपने ठगी के कारनामे
बेबजह किसी की गलतियाँ निकालना ॥
साफ़ दिखता है
बाबूजी की पिटाई
और फिर .....
इंसान बन जाने की पूरी घटना ॥
बहन की राखी की डोर से लेकर
उसकी पति -पिटाई
फिर तलाक -शुदा होने की पूरी घटना ॥
साफ़ -साफ़ दिखता है ...
सैनिको के शव
नौकरशाहों का भ्रस्टाचार
रात रंगीन करने में लुटाया गया धन ॥
दुर्घटना में घायल लोगो को
देखकर भी अस्पताल न पहुचाना॥
साफ़ -साफ़ दिखता है
पुलिस वालो का
ठेले वालों की समाने उठा लेना
रेलों पर गठरियो के बदले वसूली करना ॥
साफ़ -साफ़ दिखता है ...मेरे दोस्त
बूढी माँ का
एक कोने में चुपचाप बैठकर
बहु की दो रोटियों का इंतज़ार
उसके बेटों के बीच हो गए
दिलों के बटवारे को देखना ॥
साफ़-साफ़ दिखता है ...
दोस्तों की धोखेवाजी
नेताओं का विश्वासघात
और अपने वोट का दुरूपयोग ॥
एक निवेदन है दोस्तों ...
हम रोज पहनें
यादों के चश्मे
शायद हमें ...अपनी कुछ गलतियां नज़र आयें
और , एक कदम बढ़ा सकें
उनके सुधार के लिए ॥
मेरे दोस्त ! ....
यादों के चश्मे में , आप
गले मिलते और हाथ मिलाते
कब दिखोगे ॥
एक निवेदन है दोस्तों ...
जवाब देंहटाएंहम रोज पहनें
यादों के चश्मे
शायद हमें ...अपनी कुछ गलतियां नज़र आयें
और , एक कदम बढ़ा सकें
उनके सुधार के लिए ॥
यह चश्मा साथ तो रहता है सबके पर लोंग इसे पहनते नहीं ..बहुत अच्छी प्रस्तुति
चश्मा बेहद खुबसूरत है..
जवाब देंहटाएंyadon ka chashma to bahut badiya hai par ise pahan kar dekh kar bhi kitana dekh pate hai ham??
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