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बुधवार, 29 दिसंबर 2010

नया साल कब आयेगा

मेरे लिए नया साल आयेगा ..जब ...
१-माँ बाप से मिलने उनके बच्चे घर आजाये
२-ठंढ से बचने को हर देह पर वस्त्र हो
३-तलाक़शुदा महिलाए फिर मुस्कुरा उठे
४-डर भय समाप्त हो जाए //
अब कविता पढ़े ..और बताये कौन सा बिम्ब अच्छा लगा //
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नया साल आयेगा
मेरे लिए जब ...
-- छोटे से घोसले में रह रहे
चिडियों के जोड़े के बच्चे
वापस मिलने लौट आयेगे //
-- ठुठे वृक्षों की शाखाओं को
ठंढ से बचाने
नई कपोले उन पर लड़ जायेगे //
--वे फुल फिर मुस्कुरा उठेगे
उन भौरों के आने से
जो उन्हें छोड़ कर चले गए थे //
--मेरे घर के छत पर रखे
चावल के दाने चुगने
फिर से आने लगेगी चिड़ियाँ //

32 टिप्‍पणियां:

  1. मेरे घर के छत पर रखे
    चावल के दाने चुगने
    फिर से आने लगेगी चिड़ियाँ //
    बहुत ही सुन्‍दर शब्‍द रचना ...नववर्ष की शुभकामनाएं ।

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  2. आपने नाजुक इंसानी जज़्बात को बड़ी ख़ूबसूरती से पेश किया है ।

    Nice words.

    अमन के लिए सक्रिय होना वक़्त की ज़रूरत है
    हमें नेकी पर चलने के लिए नेकी और बदी के फ़र्क़ की तमीज़ दरकार है और एक
    ऐसे आदर्श व्यक्ति की ज़रूरत है , जिसने नेकी और इंसानियत का , समता, न्याय और नैतिकता का केवल उपदेश ही न दिया हो इन तमाम ख़ूबियों का वह ख़ुद एक ऐसा नमूना हो की
    उसने दूसरों से जो कहा हो , पहले खुद उसे दूसरों से बढ़कर किया हो. समाज में उन अच्छाईयों को क़ायम किया हो ताकि लोगों को पता चले कि आख़िर वे सन्मार्ग पर क्यों और कैसे चलें ?

    हमारे समाज में मुखर्जी साहब और रहीम काका Rare cases नहीं हैं बल्कि यह कहानी हमारे देस के मिज़ाज का दर्पण है कि कैसे अलग अलग रंग , नस्ल और मान्यताओं के लोग आपस में इंसानी मुहब्बत के धागे से बंधे हुए हैं
    और
    यह भी सच है कि जो लोग आस्था के धंधेबाज़ों के फेर में पड़कर नफ़रत में अंधे हो जाते हैं वे उस धर्म के मर्म से हमेशा ख़ाली हुआ करते हैं जिसके नाम पर वे मालिक के बंदों का ख़ून मिट्टी में मिलाया करते हैं ।

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  3. खूबसूरत बिम्ब .....कपोलें की जगह शायद कोपलें होना चाहिए था .

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  4. बबन जी, आपने सब के मन की बात कह दी.................किसी को किसी चीज़ की चाह है और किसी को किसी की .......................भगवान् करे नया साल सभी के लिए खुशियाँ भरपूर लाये.....................आपके लिए भी!!!

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  5. नववर्ष की शुभकामनाएं

    मेरे लिए नया साल आयेगा ..जब ...
    १-माँ बाप से मिलने उनके बच्चे घर आजाये
    २-ठंढ से बचने को हर देह पर वस्त्र हो
    ३-तलाक़शुदा महिलाए फिर मुस्कुरा उठे
    ४-डर भय समाप्त हो जाए //
    अब कविता पढ़े ..और बताये कौन सा बिम्ब अच्छा लगा //

    माफ़ करे पर .....आपका ये ३ पॉइंट बड़ा अजीब लगा .....

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  6. नए साल के स्वागत का अनूठा तरीका पसंद आया बबन भाई. आपको नए वर्ष कि शुभकामनाएं.

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  7. बहुत खूब...नव वर्ष शुभ हो आपको।

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  8. बहुत ही सुन्दर भावना ....नववर्ष की शुभकामनाएं ...!!!

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  9. अच्छी अभिव्यक्ति , सबके नववर्ष की शुभ कामनायें।

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  10. नए साल के अवसर पर इससे अच्छी बात कुछ और हो ही नहि सकती ! चारो बिम्ब एक से बढ़कर एक ! आपको और साथ - साथ सभी मित्रों को नववर्ष की ढेरों शुभकामनाएं ...!!!

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  11. मेरे घर के छत पर रखे
    चावल के दाने चुगने
    फिर से आने लगेगी चिड़ियाँ.....
    Mujhe to aisa lagta hai jab aisa hoga tabhi hamare liye naya saal sunder hoga... kyuki baki sab to dekhne mil hi jata hai par chidiyan na jane kahan chali gai hai in mobile towers ke karan.....

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  12. सद्भावनाओं से ओतप्रोत विचार.
    नए साल की हार्दिक शुभकामनायें.

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  13. sare hi bimb bahut achhe aur smayanukool hain Baban ji, badhayi ho!

    Naya saal aisa ho jisme......
    har chehre par phoolon si mahakti muskaan ho,
    har gareeb ke paas roti, kapda aur makaan ho,
    Bhrashtachar ka ho hanan, naari ka samman ho,
    Ghotalon ka ant ho,Videshon me Hind ki shan ho,
    Har dil mein ho nidarta,har dil mein iman ho,
    aisa ho har ek ko Bhartiya hone pe abhiman ho!

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  14. Bahut khoob Baban ji............Vo phool phir muskura uthenge, un bhoro ke aane se, jo unhe chod ker chale gaye the, naye saal ke aagman per prem aur sadbhavna ka sandesh deti ek sunder rachna.............Nav Varsh ki hardik shubhkamnaye...........:))

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  15. बहुत सुन्दर प्रस्तुति.
    नव वर्ष 2011 की हार्दिक शुभकामनायें ...स्वीकार करें

    kabhi samay mile to yahan //shiva12877.blogspot.com per bhe aayen.

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  16. आपने विषय को सार्थक कर दिया पाण्डेय जी

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  17. बहुत ही सुन्दर भावना| नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें|

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  18. बहुत ही सुन्दर भावना ....नववर्ष की शुभकामनाएं

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  19. Bahut sundar ....sabhi bimb achchhe hain ....
    dhanyawad ...ek achchi rachna ke liye ...

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  20. -- ठुठे वृक्षों की शाखाओं को
    ठंढ से बचाने
    नई कपोले उन पर लड़ जायेगे ............बबन bhai इसी बात से आप की तीनो बातें आपने आप अपनी जगह स्तापित हो जाये गी ....जब नै कोंपलें उन ठुठे पर आने लगेगी ....प्रकृति आपना स्वरूप फिर से पा लेंगी तो उसके सब गहने आपने आप सजने लगेंगे .....सुक्रिया जी

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  21. आपको नव वर्ष मंगलमय हो!

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  22. bahut badhiya baban ji..............sundar rachna....sundar panktiyaa...
    //छोटे से घोसले में रह रहे
    चिडियों के जोड़े के बच्चे
    वापस मिलने लौट आयेगे//

    aapko bhi nav varsh mangalmay ho.............

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  23. नववर्ष (२०११)की मंगलमय शुभकामनाओं के साथ..आदरणीय बबन सर, ईश्वर से प्रार्थना करूँगा कि नववर्ष की आपकी प्रेम और भक्ति रस में डूबी कृति हमारे समाज में "जीने की नयी राह" साबित हो..पुनः आपके और आपके परिवार के लिए ये नववर्ष सुख,शान्ति और समृद्धि लेकर आये..आपके स्नेह और आशीर्वाद की प्रतीक्षा में..आपका अनुज

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  24. नए साल पर हार्दिक शुभकामना .. आपकी पोस्ट बेहद पसंद आई ..आज (31-12-2010) चर्चामंच पर आपकी यह रचना है .. http://charchamanch.uchacharan.blogspot.com.. पुनः नववर्ष पर मेरा हार्दिक अभिनन्दन और मंगलकामनाएं |

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  25. नए साल पर हार्दिक शुभकामना,//छोटे से घोसले में रह रहे
    चिडियों के जोड़े के बच्चे
    वापस मिलने लौट आयेगे// अच्छी कृति है !!!!!!

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  26. आएगा ये आशा है
    विश्वास कहाँ है ?............
    ................
    मन में आस जगाने वाली रचना. वो सुबह कभी तो आएगी........

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  27. BAHUT HI ACCHHE VICHAR HAI AAPKE SAHI MAYNE MAI TO NAYA SAL WO HI HOGA......AAPKI BHABNAON KI KDR KARTE HAI PR SATH MAI YE BHI SOCHTE HAI KI ESHA KAB HOGA KYON KI SASAN LUTERON KE HATH SE KB NIKELEGA LOG KB VOTE KA MATLAB SAMJHENGE OR PURA MULK KB VIHAR KEE JANTA JESHA FESLA KREGA AGR PURA DESH AAPKE BIHAR KE JESHA VOTE DENA SHIKH JAYE TO SAPNA PURA HONE MAI DER NAHI LAGEGI......

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