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मंगलवार, 8 जून 2010

अक्ल बड़ी या भैस

पुल नहीं , तो वोट नहीं
रोड नहीं ,तो वोट नहीं
सुनकर वोटरों की ये चिल्लाहट
बढ़ी नेताजी की घबराहट

उड़ चले वो
वोटरों के गाँव
पहले खेला जाती का दावँ

जब वोटर हुए
टस से मस
तब उन्होनें सवाल दागा
कितने लोगों के पास है
ट्रक्टर / ट्रक और बस
वोटर थे सब चुप
फिर बोले .....
तब रोड का क्या फायदा
ऊँची जाती वालो के पास है
ट्रक्टर , ट्रक और बस
उनके ट्रक का चक्का टूटने दो
थोडा उनको और गरीब होने दो
फिर नेता जी का जय -जय कार लगा

पुल तो मैं
कब का बनबा देता ...
मगर होगा आपको हानी
रोज पुलिस आएगी
बढ़ जायेगी परेशानी
नहीं कर पाओगे
गांजे / भांग की खेती
पुनः जय -जय कार

अब आप ही सोचिये
अक्ल बड़ी या भैस

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