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गुरुवार, 24 जून 2010

हसियेगा क्यों नहीं ??

(१)
शिछक ने बच्चे को नक़ल में मारा, इतना
सुनार ने चोट किया सोने पर, जितना ॥
(बच्चे को कोचिंग में पढ़ाते थे )
(२)
वो खुश हुए , मुस्कुराये , इतना
पुलिस पैसे लेने पर डाटती है , जितना ॥
(एफ ० आई ० आर से नाम हट गया था )
(३)
वो ससुराल जाने वक़्त रोई , इतना
चकोर को पानी चाहिए , जितना ॥
(जुली -मटुकनाथ जैसा लव अफेयर था )
(४)
पुलिस देखकर चोर भागे , इतना
रेस के घोड़े , जितना ॥
(नेता के पीछे दौड़ने की आदत थी )
------------बबन पाण्डेय

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