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रविवार, 20 जून 2010

बलात्कार मेरा धर्म है

बलात्कार ....
बड़ा ही गन्दा शब्द है
हम गला फाड़ कर चिल्लाते है
बलात्कार के खिलाफ ॥

हम नहीं चिल्लाते ...
जब एक मीडियाकर्मी
बलात्कार कर लेता है
समाचारों से ॥

हम नहीं चिल्लाते
जब दकियानूसी सोच वाले
बलात्कार कर लेते है
नई सोचों का ॥

हम नहीं चिल्लाते
जब आरछन के नाम पर
बलात्कार कर लेते है
मेघा शक्ति का ॥

वास्तव में
आज हर बड़ी मछली
छोटी मछली का
बलात्कार कर रही है ॥

क्या आज .....
बलात्कार हमलोगों का धर्म हो गया है ?

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