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बुधवार, 7 जुलाई 2010

नई लीक पर चलने का दुः साहस

नई लीक पर चलने का मतलब....
एक अलग सोच
एक अलग पहचान
अपनी धुन में मगन
एक सांड जैसा चरित्र ॥

विरोध होगा
निरादर होगा
न जाने , सहने होंगे
कितने ताने ॥
मंजिल मिलेगी
तो फूल
नहीं तो धुल ॥

तो क्या
नई लीक पर नहीं चलूं
गैलेलियो की तरह
खतरा तो है
विरोध का ॥

अगर इतिहास बनाना है
तो चलना ही होगा
नई लीक पर ॥

मेरी मानिए
तमसो माँ ज्योतिगमय
कहते रहिये
और नई लीक पर आगे बढते रहिये ॥


















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