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बुधवार, 7 जुलाई 2010

मैं पूंजीपति हू

बिजली आयी तो सही
गयी तो सही
मुझे क्या
मेरे पास एक जेनेरेटर है
मैं पूंजीपति हू ॥

वर्षा हो या न हो
मुझे क्या
आप अपनी पसीने सुखाइए
हाथ पंखा झलते रहिये
मेरे पास ऐ ० सी ० है
मैं पूंजीपति हू ॥

पीने के पानी की चिंता
आप कीजिये
नल की टोंटी खोल
घंटों बैठे रहिये
पानी के इंतज़ार में
मुझे क्या
पेय -जल बनाने की
दो फैक्ट्री है मेरे पास
मैं पूंजीपति हू ॥

आप टकटकी लगाइए
मानसून की बादलों पर
मुझे क्या
खाद्य -सामग्री तो मैं
विदेश से मंगवा लूँगा
मैं पूंजीपति हू ॥

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