आशा .....
एक  बीज   है
जो  रोपा   जाता  है
मन -मस्तिष्क  की  उर्वर  भूमि   में
और  यह  बीज
अंकुर   कर  वृक्ष  बनता  है
जब   इसे   मिलती  है  गर्माहट
समाज  और  स्वं  के रिश्ते   की ॥
आओ !!!
हम  सब  इस  बीज  को
मेहनत  की  नीर  से सींचे ॥
आशा .......
एक  चिड़िया  है
जो  उड़ती  है
व्यक्ति   के  मन -मस्तिष्क   के  आकाश   में ॥
आओ !!!
आशा   नाम   की  इस  चिड़िया   को
मेहनत   का   मजबूत   पंख   लगायें ॥

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